मंगलवार, नवम्बर 26, 2024

Law

भारत में प्रॉस्टिट्यूट वर्कर्स के लिए उपलब्ध अधिकारों का उल्लंघन कैसे किया जाता है

इस ब्लॉगपोस्ट में, निरमा विश्वविद्यालय, अहमदाबाद की छात्रा Harsha Asnani, भारत में प्रॉस्टिट्यूट के लिए उपलब्ध अधिकारों और उनका उल्लंघन कैसे किया जाता है,...

फंडामेंटल ड्यूटीज: कंस्टीट्यूशनल प्रावधानों की व्याख्या के लिए एक सहायता

यह लेख बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के लॉ स्कूल में प्रथम वर्ष के छात्र Aniket Tiwari द्वारा लिखा गया है।  यह लेख फंडामेंटल ड्यूटीज के...

फेडेरलिज़्म के विचार के खिलाफ एक देश, एक भाषा

इस लेख को Aayush Akar और Hitesh Gangwani ने लिखा है। इस लेख में वह, स्वतंत्रता से पहले और बाद में, भारत में भाषा...

वेंचर कैपिटल फाइनेंसिंग के प्रोज और कॉन्स

यह लेख Madhav Gawri द्वारा लिखा गया है, जो लॉसिखो से एम एंड ए, इंस्टीट्यूशनल फाइनेंस और इन्वेस्टमेंट लॉज (पीई और वीसी लेनदेन) में...

वर्चुअल वकीलों और वर्चुअल फर्मों का उदय: नए अवसर बढ़ रहे हैं 

यह लेख कैंपस लॉ सेंटर, फेकल्टी ऑफ लॉ, दिल्ली विश्वविद्यालय से Rashi Singh द्वारा लिखा गया है। यह एक विस्तृत (एग्जास्टीव) लेख है जो...

सी.आर.पी.सी. 1973 के तहत क्रिमिनल कोर्ट्स का गठन (धारा 6-23)

यह लेख, गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ युनिवर्सिटी, दिल्ली से एफिलिएटेड विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, की छात्रा Kavita Chandra ने लिखा है। इस लेख...

मुस्लिम कानून के तहत नाजायज बच्चे

यह लेख, यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज, पंजाब यूनिवर्सिटी के छात्र Saanvi Singla ने लिखा है। इस लेख में मुस्लिम कानून के तहत नाजायज...

स्क्रिप्ट एक्विजिशन एग्रीमेंट पर बातचीत कैसे करें

यह लेख  Sudiksha Rawlani द्वारा लिखा गया है, जो लॉसिखो से कॉन्ट्रैक्ट, पिटिशन, ओपिनियन और आर्टिकल्स में लीगल ड्राफ्टिंग के परिचय में सर्टिफिकेट कोर्स...

धोखाधड़ी के तत्व, इसकी सजा और इससे संबंधित अन्य कानूनी मुद्दे

इस लेख में, Diksha Chaturvedi ने धोखाधड़ी के तत्व (कंस्टीट्यूएंट), इसकी सजा और इससे संबंधित अन्य कानूनी मुद्दों पर चर्चा की है। इस लेख...

आई.पी.सी. 1860 के तहत वाइकेरियस लाइबिलिटी का सिद्धांत

इस ब्लॉग पोस्ट में, दामोदरम संजीवय्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, के छात्र Pramit Bhattacharya, सिविल और क्रिमिनल कानून के मामले में वाइकेरियस लाइबिलिटी की अवधारणा...

हिन्दू मैरिज एक्ट, 1955 के तहत वैवाहिक अधिकारों की बहाली की कांस्टीट्यूशनलिटी

इस लेख में Manan Katyal मैरिज एक्ट के तहत वैवाहिक अधिकारों की बहाली से संबंधित प्रावधानों की कांस्टीट्यूशनलिटी पर चर्चा करते हैं। इस लेख...

एक फिक्स्ड टर्म एम्प्लॉयमेंट के तहत सामना किए गए विभिन्न मुद्दे

यह लेख Anuradha Shinde द्वारा लिखा गया है, जो लॉसिखो से एचआर मैनेजर्स के लिए लेबर, एम्प्लॉयमेंट और इंडस्ट्रियल लॉज में सर्टिफिकेट कोर्स कर...
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