मंगलवार, नवम्बर 26, 2024

Law

भारत में जीवों की रक्षा में सुप्रीम कोर्ट की भूमिका

यह लेख कोलकाता की एमिटी यूनिवर्सिटी की Harmanpreet Kaur ने लिखा है। यह लेख भारत में जीवों की सुरक्षा और न्यायपालिका (ज्यूडिशियरी) द्वारा, उनकी...

इंडियन ट्रेडमार्क एक्ट के तहत पूर्व उपयोग का सिद्धांत

यह लेख Anshal Dhiman ने लिखा है। यह लेख ट्रेडमार्क कानून के तहत पूर्व उपयोग के सिद्धांत (डॉक्ट्राइन ऑफ प्रायर यूज) के बारे में...

पैरालीगल गतिविधियाँ कानून के छात्र कर सकते हैं

यह लेख विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज से बी.बी.ए.एलएलबी (ऑनर्स) कर रही Stuti Jain द्वारा लिखा गया है। यह लेख पैरालीगल गतिविधियों के दायरे...

क्षतिपूर्ति और बीमा का अनुबंध

यह लेख Amber Raj ने लिखा है। इस लेख में भारतीय अनुबंध अधिनियम के तहत क्षतिपूर्ति (इंडेम्निटी) और बीमा के अनुबंध के बारे में...

अपराधों के लिए दोषसिद्धि के संबंध में संरक्षण

यह लेख Dhruv Vatsyayan द्वारा लिखा गया है। वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, लॉ स्कूल से बीएएलएलबी कर रहें है। इस लेख में, उन्होंने भारतीय...

आईपीसी की धारा 377 का अमेंडमेंट क्यों आवश्यक है- एक विस्तृत चर्चा

यह लेख "आईपीसी की धारा 377 का अमेंडमेंट क्यों जरूरी है" Ishita Mehta द्वारा लिखा गया है। इस लेख का अनुवाद Revati Magaonkar ने...

कोरोना वायरस महामारी के दौरान भारत में प्रवासी कर्मचारियों के अधिकार

यह लेख Janhavi Shah द्वारा लिखा गया है।  इस लेख में कोरोना वायरस महामारी के दौरान भारत में प्रवासी कर्मचारियों के अधिकार के बारे...

कॉन्फिडेंशियल एग्रीमेंट का महत्व

यह लेख Saloni Maniyar द्वारा लिखा गया है, जो लॉसिखो से एडवांस सिविल लिटिगेशन प्रैक्टिस, प्रोसीजर और ड्राफ्टिंग में सर्टिफिकेट कोर्स करने वाली छात्रा...

मुफ्त कानूनी सहायता की चुनौतियां और समाधान

यह लेख भारती विद्यापीठ विश्वविद्यालय, पुणे के न्यू लॉ कॉलेज के Beejal Ahuja ने लिखा है। यह लेख मुफ्त कानूनी सहायता की अवधारणा (कांसेप्ट)...

धारा 296 आईपीसी का न्यायशास्त्र – धार्मिक जमाव में विघ्न करना

यह लेख सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, नोएडा की छात्रा Harshita Ranjan ने लिखा है। इस लेख में आईपीसी की धारा 296 के न्यायशास्त्र (ज्यूरिस्प्रूडेंस) के...

मौलिक अधिकारों के आधार के रूप में अनुच्छेद 12 और 13

यह लेख मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ, उदयपुर, राजस्थान की छात्रा, सातवें सेमेस्टर की Mariya Paliwala ने लिखा है। यह लेख भारत के...

फ़ैमिली लॉ के तहत धारा 377 का प्रभाव- एक विश्लेषण

यह लेख, Pradhuman Latta द्वारा लिखा गया है, जो एडवांस्ड क्रिमिनल लिटिगेशन एंड ट्रायल एडवोकेसी में सर्टिफिकेट कोर्स कर रहे है, जिसे लॉसीखो ने...
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