शनिवार, अक्टूबर 19, 2024

Law

केहर सिंह बनाम यूनियन ऑफ़ इंडिया: केस एनालिसिस

यह लेख Varshini Subhinder द्वारा लिखा गया है। यह लेख केहर सिंह बनाम यूनियन ऑफ़ इंडिया से संबंधित है। इस लेख का अनुवाद Sakshi...

भारत में निवारक और प्रतिशोधात्मक दंड की आवश्यकता

यह लेख जमनालाल बजाज स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज, बनस्थली विद्यापीठ, राजस्थान की छात्रा Shreya Saxena ने लिखा है। इस लेख में स्पीडी ट्रायल की...

गुलामी और गैरकानूनी अनिवार्य मजदूरी 

यह लेख भारती विद्यापीठ, न्यू लॉ कॉलेज पुणे की छात्रा Isha ने लिखा है। यह लेख आई.पी.सी के तहत गुलामी और गैरकानूनी अनिवार्य मजदूरी...

कन्वेंशन ऑन द एलिमिनेशन ऑफ़ ऑल फॉर्म्स ऑफ़ डिस्क्रिमिनेशन अगेंस्ट वूमेन (सीडॉ), 1979 के बारे में सब कुछ

यह लेख गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में कानून की छात्रा Aparna Jayakuma द्वारा लिखा गया है।  यह लेख 1979 के प्रसिद्ध कन्वेंशन ऑन...

आईपीसी 1860 के तहत एक्स्ट्रा-टेरिटोरियल जुरिसडिक्शन- एक विस्तृत विश्लेषण

यह लेख Akanksha Chowdhury ने लिखा है। इस लेख में इस बात का संक्षिप्त परिचय दिया गया है कि जुरिसडिक्शन शब्द का क्या अर्थ...

विभिन्न अधिकार क्षेत्र में बलात्कार के खिलाफ सजा

यह लेख पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज के छात्र Aarzoo Guglani ने लिखा है। यह लेख विभिन्न देशों में अतीत, आंकड़ों (स्टेटिस्टिक्स) और कानूनों...

इंडियन कॉन्ट्रैक्ट एक्ट के तहत रेटिफिकेशन के सिद्धांत को जाने

यह लेख  Kanika Aggarwal द्वारा लिखा गया है, जो लॉसिखो से एडवांस्ड कॉन्ट्रैक्ट ड्राफ्टिंग, नेगोशिएशन और डिस्प्यूट रेजोल्यूशन में डिप्लोमा कर रही हैं। इस...

टाटा संस बनाम साइरस मिस्त्री: केस विश्लेषण

यह लेख Raj Jaiswal द्वारा लिखा गया है जो लॉसिखो से इन-हाउस काउंसल के लिए बिजनेस लॉ में डिप्लोमा कर रहे हैं। इसका अनुवाद...

मुस्लिम कानून के तहत प्री-एंप्शन

यह लेख यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज, देहरादून के Manasvee Malviya ने लिखा है। यह लेख मुस्लिम कानून के तहत प्री-एम्प्शन की अवधारणा...

एक मनोरोगी अपराधी से कैसे निपटें- भारत और अन्य देशों में कानूनी प्रावधान

यह लेख दयानंद कॉलेज ऑफ लॉ से बीए-एलएलबी (ऑनर्स) करने वाले छात्र Revati Magaonkar द्वारा लिखा गया है। इस लेख में मनोरोगी (साइकोपैथिक) अपराधी...

डिफेमेशन के बारे में जाने

यह लेख Harikrushna Gohil और एनयूजेएस के छात्र Utkarsh Agarwal द्वारा लिखा गया है। यह लेख मानहानि से संबंधित है। यह लेख बताता है...

लाइवलीहुड के अधिकार के आधार पर आर्टिकल 21 का विस्तारित ज्यूरिस्प्रूडेंस

यह लेख नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ओडिशा की Avni Sharma ने लिखा है। यह लेख जीवन के अधिकार (राइट टू लाइफ) और आजीविका (लाइवलीहुड) के...
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